नारकोटिक्स विभाग के अंतर्गत विभाग द्वारा अधिकृत पट्टों पर किसानों द्वारा अफीम की खेती मंदसौर जिले में की जाती है। इसके निकलने वाले पोस्ता ड्राई फ्रूट के रूप में उपयोग आते हैं, साथ ही सरकार द्वारा की दवाइयों के निर्माण में भी इसका उपयोग होता है। यह खेती केवल निर्धारित क्षेत्र में ही की जा सकती है, जिसकी नियमित निगरानी संबंधित विभाग द्वारा की जाती है।
अफीम की खेती
प्रकार:  
प्राकृतिक
फसलें
